जरूर जाने नीम पेड़ के बारे में | Neem ped ke Fayde

Neem ped ke Fayde – नीम के पेड़ दैवीय पेड़ों में से एक माना जाता है । जिसका एक बड़ा कारण है औषधीय गुण । सदियों से ही हमारे देश में नीम के पेड़ की तमाम हिस्सों का प्रयोग औषधी के तौर पर होता आ रहा है ।

इसकी पत्तियां एन्टीबैक्टिरियल और एन्टीफंगल गुणों से भरपूर होता है । इसका प्रयोग स्कीन की तमाम समस्याओं को दूर करने के अलावा बालों के बैहतर और सभी बिमारियों से छुटकारे के लिए भी किया जाता है ।

नीम के पेड़ का औषधीय गुण

Neem ped ke Fayde नीम की पत्तियों का स्वाद थोड़ा कड़वा होता है , इसलिए लोग इसका सेवन सीधे तौर पर नहीं कर पाते, लेकिन आयुर्वेद की मानें तो रोजाना अगर सुबह खाली पेट इसकी पत्तियो को चबाया जाए तो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता तो बढ़ती ही है साथ ही खून भी साफ होता है ।

फोड़े – फुंसी या कोई घाव आदि होने पर नीम की पत्तियों का लेप लगाने से काफी आराम मिलता है और ये घाव को तेजी से भरता है और दर्द में राहत देता है ।

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यदि आपको दाद , खाज या खुजली की समस्या है तो रोजाना नीम के तेल को उस स्थान पर लगायें और नीम की पत्तियों को खाएं। अगर आप नीम की पत्तियों को नहीं खा पाते तो उन पत्तियों को पीसकर छोटी-छोटी गोलियां बनाकर सुखा लें और रोजाना पानी के साथ दो गोलियां सुबह और शाम खाएं ।

नीम की पत्तियों को उबालकर इसका पानी पीने से पेट के कीड़े मरते हैं और वायरल फीवर पर और अन्य संक्रामक रोग दूर होते हैं , गर्भवती महिला यदि नीम के पानी को पीए तो प्रसव के दौरान दर्द कम सहना पड़ता है , लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान इसे किसी चिकित्सक की सलाह लेकर ही पिएं ।

नीम की सूखी टहनी की दातून बनाकर इस्तेमाल करने से दांतों के बैक्टिरिया समाप्त होते हैं । पाचनतंत्र दुरुस्त होता है और चेहरे पर निखार आता है।

यदि आपको गुर्दे की पथरी है तो आप नीम की पत्तियों को सूखा लें फिर इसे भूनकर इसकी राख बना लें और रोजाना इसकी दो से तीन ग्राम मात्रा गुनगुने पानी के साथ लें । इससे पथरी गलने लगती है और पथरी को बाहर निकालने में मदद करती हैं ।

Neem ped ke Fayde
Neem ped ke Fayde

डायबिटीज के रोगियों के लिए भी नीम काफी कारगर है , रोजाना नीम की पत्तियों का सेवन करने से ग्लूकोज लेवल को नियंत्रित करने में मदद करती है अगर आप नीम खा नहीं सकते तो इसकी पत्तियों का ताजा रस निकाल कर पिएं ।

Neem ped ke Fayde नीम के पत्ते बालों के लिए एक नेचुरल कंडीशनर का काम करता है , इन्हें पीसकर बालों के झडने की समस्या धीरे धीरे खत्म हो जाती है , नीम की पत्तियां डैंड्रफ की समस्या भी दूर करती हैं । नीम की पत्तियों का का लाभ लेने के लिए इसकी पत्तियों को पीसकर बालों में लगाएं और एक घंटे बाद सिर धो लें ।

नीम का धार्मिक और आयुर्वेदिक महत्व

Neem ped ke Fayde पेड़ – पौधे न सिर्फ वातावरण को खुशनुमा बनाते हैं बल्कि वास्तुशास्त्र में भी इनका काफी महत्व माना गया है । गरुड़ पुराण और रूप मंडल जैसे शास्त्रों में भी पौधों के महत्व के बारे में बताया गया है । नीम के पेड़ का औषधीय महत्व काफी ज्यादा है ।

इसका प्रयोग कीटनाशक बनाने में भी किया जाता है । नीम के पेड़ का धार्मिक महत्व भी बहुत ज्यादा है । नवरात्र में नीम के पेड़ पर देवी मां का वास मानकर जल चढ़ाया जाता है । देवी व शक्ति की उपासना में नीम का प्रयोग खूब किया जाता है

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मां शीतला और मां काली की पूजा में नीम का प्रयोग किया जाता है । ज्योतिष शास्त्र में नीम का सम्बन्ध शनि और कहीं न कहीं केतु से जोड़ा गया । इसी प्रकार नीम के पत्तों वाले जल से स्नान करने पर केतु की समस्याएं दूर होती है । नीम का पौधा घर में ऐसे स्थान पर लगायें ।

जहां से पूरे घर से उसकी हवा आ सके । घर के मुख्य द्वार पर नीम का पौधा अत्यंत शुभ माना जाता है। अगर वाणी की समस्या हो , या चंचल मन की समस्या हो , तो नीम की दातुन जरुर करनी चाहिए ।

नीम की लकड़ी के पलंग पर सोने से त्वचा की समस्याएं दूर होती हैं । नीम की तेल और छाल के प्रयोग से कुष्ठ रोग सरलता से दूर किये जा सकते हैं । अगर शनि पीड़ा दे रहा हो तो नीम की लकड़ी की माला धारण करनी चाहिए ।

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नीम के पत्तों का वन्दनवार लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती । घर में बुजुर्ग हो तो नीम का पौधा जरूर लगाएं और उसकी नियमित देखभाल करते रहे । इसकी पत्तियों से लेकर बीज तक सब कुछ अत्यंत उपयोगी होते हैं । त्वचा , पेट , आंखें और विषाणु जनित समस्याओं में इसका प्रयोग अद्भुत होता है ।

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