इस पोस्ट में हमने ऋग्वेद (Rigveda) से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी दिया है |
ऋग्वेद (Rigveda)
ऋग्वेद भारतीय धर्म और संस्कृति का महत्वपूर्ण धर्मग्रंथ है। यह संस्कृत भाषा में लिखा गया है और वेदों में से सबसे पुराना है। इसे आर्यों द्वारा लिखा गया था जो भारतीय उपमहाद्वीप में आए थे।
ऋग्वेद में 10,552 मंत्र होते हैं जो 10 मंडलों में विभाजित होते हैं। यह मंत्र देवताओं की प्रशंसा, उनकी महिमा और उनसे यज्ञ करने की विधि को समर्पित हैं। इसके अलावा, ऋग्वेद में विभिन्न विषयों पर विचारों का वर्णन भी होता है, जैसे कि ज्योतिष, दान-पुण्य, राजनीति, सामाजिक विवरण, धर्म, योग, आध्यात्मिकता और शिक्षा।
ऋग्वेद में सभी देवताओं के समान महत्व दिया गया है और उन्हें समर्पित किए गए मंत्र वेदों के विवेकानंद और शंकराचार्य जैसे विद्वानों ने भी अपने ग्रंथों में प्रयोग किए हैं।
ये भी पढ़े:-
ऋग्वेद के मंत्र अर्थ सहित
ऋग्वेद एक प्राचीन धार्मिक ग्रंथ है जिसे संस्कृत भाषा में लिखा गया है। यह वेद भारतीय संस्कृति के मूल धार्मिक ग्रंथों में से एक है। इसमें कुछ मंत्रों के अर्थ निम्नलिखित हैं:
ॐ असतो मा सद्गमय। तमसो मा ज्योतिर्गमय। मृत्योर्मा अमृतं गमय॥
अर्थ: हे ईश्वर, हमें असत्य से सच्चाई की ओर ले जाओ। हमें अँधेरे से प्रकाश की ओर ले जाओ। हमें मृत्यु से अमरता की ओर ले जाओ।
ॐ भूर्भुवः स्वः। तत्सवितुर्वरेण्यं। भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो नः प्रचोदयात्॥
अर्थ: हे सृष्टि कर्ता, आप भू, भुवः और स्वः के स्वामी हैं। आप अति उत्कृष्ट और ज्ञान के प्रभाव से युक्त हैं। हम आपको ध्यान करते हैं और आपकी ओर ध्यान केंद्रित करते हुए आपके दिव्य ज्ञान के प्रकाश में अपनी बुद्धि को उन्नत करें।
ॐ सह नाववतु। सह नौ भुनक्तु। सह वीर्यं करवावहै। तेजस्वि नावधीतमस्तु। मा विद्विषावहै॥ ॐ शान्तिः
अर्थ: हम सब मिलकर एक-दूसरे को सहायता दें। हम सब एक साथ खुश रहें और एक साथ खाएं। हम सब एक साथ बलिदान करें और एक साथ उज्ज्वलता की ओर बढ़ें। हमें एक-दूसरे से द्वेष नहीं करना चाहिए। ॐ , शांति हो।
ऋग्वेद इन हिंदी पीडीएफ – Rigveda in hindi PDF
नीचे हमने ऋग्वेद इन हिंदी पीडीएफ (Rigveda in hindi PDF) उपलब्ध कराया है जिसे आप डाउनलोड कर सकते है :-
Other related Posts to Hindi Vyakaran
वेदों की संख्या कितनी है? (Vedon ki sankhya kitni hai)
हिंदी वर्णमाला (Hindi Alphabet Varnamala)
संज्ञा किसे कहते हैं – परिभाषा, भेद एवं उदाहरण
- व्यक्तिवाचक संज्ञा (vyakti vachak sangya)
- जातिवाचक संज्ञा (Jativachak Sangya)
- भाववाचक संज्ञा (Bhav Vachak Sangya)
कारक किसे कहते हैं – परिभाषा एवं कारक चिह्न