अरजुमंद बानो, मुग़ल सम्राट शाहजहाँ की पत्नी थीं।
वह मुमताज़ महल की निर्माण की प्रेरणा थी, जहां उनकी दफन हुई।
उनका जन्म सन् 1593 के आसपास हुआ था।
उनके परिवार का उच्च स्थिति था और उनकी शादी 1612 में हुई।
उन्होंने अपने पति शाहजहाँ के साथ 14 बच्चों को जन्म दिया।
अरजुमंद बानो का तीसरा बेटा औरंगज़ेब था, जो अंतिम मुग़ल सम्राट बने।
उन्होंने अपनी चाची महर अल-नेसा के विवाह के बाद राजस्थानी राजकुमार प्रिंस ख़ुर्रम से विवाह किया।
उनको मुमताज़ महल का उपाधि मिला, जिसे "महल की चुनी हुई" कहा जाता है।
उन्होंने अपने पदस्थान का उपयोग करके गरीबों के लिए मानवीय कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया।
उनकी मौत 1631 में हुई, और वह मुमताज़ महल में दफनाई गईं।