नमस्कार दोस्तों मेरा नाम हिमानंशु सेन है | दोस्तों आप को पता ही होगा की सनातन धर्म हमारे इस दुनिया की सब से प्राचीन धर्म है | दोस्तों सनातन धर्म अपने हिंदू धर्म के वैकल्पिक नाम से भी जाना जाता है। वैदिक काल में भारतीय उपमहाद्वीप के धर्म के लिये ‘सनातन धर्म’ नाम मिलता है। ‘सनातन’ का अर्थ है – शाश्वत या ‘सदा बना रहने वाला’, अर्थात् जिसका न आदि है न अन्त।
दोस्तों पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हिन्दू धर्म 90 हजार वर्ष पुराना बताया जाता है । हिन्दू धर्म में सबसे पहले 9057 ईसा पूर्व, स्वायंभुव मनु हुए, 6673 ईसा पूर्व में वैवस्वत मनु हुए, भगवान श्रीराम का जन्म 5114 ईसा पूर्व और श्रीकृष्ण का जन्म 3112 ईसा पूर्व बताया जाता हैं । दोस्तों हिन्दू धर्म में 4 वेद और 18 पुराण है जो हमें समय समय पर सही मार्ग दिखाया करना है |
चार वेदो के नाम
ऋग्वेद |
यजुर्वेद, |
सामवेद |
अथर्ववेद |
18 पुराण
ब्रह्म पुराण |
पद्म पुराण |
विष्णु पुराण |
वायु पुराण |
भागवत पुराण |
नारद पुराण |
मार्कण्डेय पुराण |
अग्नि पुराण |
भविष्य पुराण |
ब्रह्म वैवर्त पुराण |
लिङ्ग पुराण |
वाराह पुराण |
स्कन्द पुराण |
वामन पुराण |
कूर्म पुराण |
मत्स्य पुराण |
गरुड़ पुराण |
ब्रह्माण्ड पुराण |
दोस्तों हमेसा वैज्ञानिको का सामना हमरे वेद और ग्रंथो से होता है | दोस्त आज के वैज्ञानिक जो नए नए खोज करते है उसके बारे में हमारे प्राचीन कल के हमरे यह सरे ग्रंथो में पहले से ही उल्लेख मिल जाता है | दोस्तों आज हम आप को हमरे 18 पुराणों में एक भविष्य पुराण के बारे में बात करने वाले है |
दोस्तों भविष्य पुराण में हमरे भविष्य में क्या क्या होने वाला है उसके बारे में बताया गया है | दोस्तों आज हम आप को भविष्य पुराण के अनुसार दुनिया का अंत कैसे होगा उसके बारे में बताने वाले है |
Bhavishya Purana/अनुसार दुनिया का अंत कैसे होगा
दोस्तों Bhavishya Purana/अनुसार दुनिया का अंत कैसे होगा हर तरफ बस युद्ध का माहौल होगा तब पृथ्वी पर भगवान विष्णु कल्कि का अवतार लेकर जन्म लेंगे. पृथ्वी जब विनाश के करीब होगी तब हर जगह का पानी रहस्यमयी तरह से सूखने लगेगा. इसके अलावा किसी के भीतर भावनाएं नहीं रह जाएगी. मां, बाप, गुरू किसी के लिए भी मनुष्य के दिल में कोई भावना नहीं रहेगी.
Bhavishya Purana में इस्लाम के बारे में क्या लिखा है?
भविष्य पुराण में भविष्य में होने वाली घटनाओं का वर्णन है। इससे पता चलता है कि ईसा और मुहम्मद के जन्म से बहुत पहले ही भविष्य पुराण में महर्षि वेद व्यास ने पुराण ग्रंथ लिखते समय मुस्लिम धर्म के उद्भव और विकास तथा ईसा मसीह तथा उनके द्वारा प्रारंभ किए गए ईसाई धर्म के विषय में लिख दिया था।
Bhavishya Purana कब और किसने लिखा?
भविष्य पुराण की रचना वेदव्यास जी ने कि है। भविष्य पुराण 18 प्रमुख पुराणों में से एक है । इसमें धर्म, सदाचार ,नीति, उपदेश, अनेकों ,आख्यान , व्रत ,तीर्थ, दान ,ज्योतिष एवं आयुर्वेद के विषयो का संग्रह है। भविष्य पुराण में भविष्य में होने वाली घटनाओं का वर्णन है।
Bhavishya Purana के अनुसार कलयुग का अंत कब होगा?
कलियुग के 5,000 साल बाद पवित्र गंगा नदी उल्टी बहने लगेगी और वापस बैकुंठ लौट जाएगी. माना जाता है कि कलयुग के 10,000 साल बाद सभी देवी-देवता पृथ्वी का पवित्र स्थान छोड़कर जाने लगेंगे.
Bhavishya Purana की सच्चाई क्या है?
भविष्य पुराण में भविष्य में होने वाली घटनाओं का वर्णन है। इससे पता चलता है कि ईसा और मुहम्मद के जन्म से बहुत पहले ही भविष्य पुराण में महर्षि वेद व्यास ने पुराण ग्रंथ लिखते समय मुस्लिम धर्म के उद्भव और विकास तथा ईसा मसीह तथा उनके द्वारा प्रारंभ किए गए ईसाई धर्म के विषय में लिख दिया था।
कलयुग के बाद पृथ्वी का क्या होगा?
कलयुग के बाद पुनः सतयुग की वापसी होगी। चार युग अपने क्रम से चलते है सबसे पहले सतयुग इसके बाद त्रेतायुग फिर द्वापरयुग ओर अंत मे कलयुग।
Bhavishya Purana और मोदी
नरेंद्र मोदी ही 26 मई को पीएम पद की शपथ लेंगे, ये भविष्यवाणी आज से तकरीबन 500 साल पहले ही कर दी गई थी। यही नहीं, भविष्यवाणी में ये भी कहा गया है कि मोदी 20 साल तक केंद्र की सत्ता में बने रहेंगे। ये भविष्यवाणी किसी ऐसे-वैसे ने नहीं, बल्कि मशहूर फ्रेंच भविष्यवक्ता नास्त्रेदमस ने की थी।
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